Clerk Kya Hota Hai और क्लर्क कैसे बने एवं बनने की तैयारी कैसे करे व इसका वेतनमान, कार्य व शैक्षित योग्यता क्या है जाने सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में
Clerk Kya Hota Hai युवा अपने भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए कोई ऐसा पद चुनते हैं। जिसकी मांग अधिक है, परंतु इस में सरकारी नौकरियों जैसे क्षेत्रों का चयन अधिक किया जाता है। आज इस आर्टिकल के में हम क्लार्क या बाबू के पद की चर्चा करने वाले हैं। क्लर्क सरकारी विभाग का एक ऐसा पद है जो तृतीय श्रेणी का बावजूद भी काफी ज्यादा महत्त्व रखता है। इस समय बहुत से विभागों में क्लर्क की आवश्यकता बढ़ती हुई नजर आ रही है। जिसके लिए भर्तियां जल्दी जल्दी निकाली जा रही है। हर साल सभी विभागों की भर्तियों को सुयोजित तरीके से कराया जाता है। भारत देश में प्रतिवर्ष लगभग 30 लाभार्थी क्लर्क की तैयारी करते हैं ,परंतु कुछ ही ऐसे अभ्यर्ती होते हैं। जो कि इस पद पर सफल होते हैं /तो चलिए जानते हैं कि आप कैसे क्लार्क बन सकते हैं।
ClerK Kya Hai?
Clerk Kya Hota Hai सबसे पहले हम यह जान ले कि क्लर्क कौन होता है। तो किसी भी सरकारी एवं निजी क्षेत्र में उनके कार्यालयों में जो व्यक्ति लिखित कार्यों को सुसंगठित प्रकार से करता है एवं उस विभाग का सभी लेखा-जोखा की व्यवस्था रखता है। उस पद को ClerK कहते हैं। जिसको हम सरल भाषा में लिपिक बाबू मुंशी आदि के नाम से भी जानते हैं , परंतु आपको बतादें की अलग-अलग विभागों में इस पद को भिन्न-भिन्न नामों से जाना जाता है। यह पद सरकार द्वारा भर्तियों से भरा जाता है। जब सरकार द्वारा इस पद के लिए भर्तियां निकाली जाती है। तो उसमें से ही युवाओं को नियुक्त किया जाता है। निजी क्षेत्रों में भी जैसे बैंक एवं निजी स्कूल आदि ने भी क्लर्क की नियुक्ति होती है। जो कि अपने विभागों एवं कंपनियों की सभी व्यवस्था का लेखा-जोखा संभालता है। यह क्लर्क का पद एक बहुत ही जिम्मेदारी वाला पद है। इसके साथ ही क्लर्क कर्मचारियों की समस्या के निवारण साथ वेतन वितरण तक के सभी कार्यों करता है।
ClerK के कार्य
- यदि क्लर्क के कार्यों की बात की जाए। तो क्लर्क का पद एक बहुत ही जिम्मेदारी वाला पद है जिसके द्वारा सभी व्यवस्था को समायोजित किया जाता है। इसकी जानकारी हमने आपको नीचे निम्न प्रकार दी है:-
- क्लर्क द्वारा विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटिंग एवं टाइपिस्ट का कार्य किया जाता है। किसी भी तरह की रिपोर्ट का काम क्लर्क का ही होता है।
- यदि कोई समस्या आती है तो उस समस्या का निवारण तथा विभाग में किए गए टेलीफोन संबंधित विवरण का कार्य भी क्लर्क का ही है।
- विभाग के दफ्तरों एवं उनकी मशीनों की देखरेख के साथ-साथ सभी कर्मचारियों के वेतनमान संबंधित जानकारी एवं वेतन देने का काम भी क्लर्क का ही है।
- विभाग एवं स्कूलों में रहने वाले व्यक्ति का सारा वितरण clerk के पास ही होता है। अपने अधिकारियों के माध्यम से दिए गए लेखे जोखे एवं कार्य को ठीक प्रकार से करना। उसे विभाग अधिकारी तक पेश करना भी क्लर्क के जोखिम में है।
- डाक डायरी अथवा पोस्टकार्ड को भेजना एवं प्राप्त करना भी क्लर्क का ही काम है।
क्लर्क का वेतनमान
अब बात आती है, कि क्लर्क का वेतन मान कितना होता है। जैसे कि हमने अभी आपको बताया क्लर्क का पद तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों की लिस्ट में काफी बेहतर है। सरकारी क्लर्क का वेतनमान शुरू में 19900 रुपए होता है। जोकि आगे चलकर 30000 रुपए तक हो जाता है। परंतु 7 साल के एक्सपीरियंस के पश्चात व्यक्ति का वेतनमान ₹43000 तक भी पहुंच जाता है। जो क्लर्क के लिए काफी अच्छी आय मानी जाती है। इसके साथ ही इन्हें महंगाई भत्ता सरकार की ओर से दी जाने वाली सरकारी व्यवस्था एवं चिकित्सक सुविधाएं भी मुफ्त में प्रदान कराई जाती है।
CLERK की योग्यता क्या होती है?
एक क्लर्क की योग्यता 12वीं कक्षा के पश्चात शुरू होती है। ग्रेजुएशन को अधिकतम शैक्षणिक योग्यता माना जा रहा है। किसी भी क्लर्क को किसी रजिस्टर बोर्ड के द्वारा 12वीं या ग्रेजुएशन तक की डिग्री प्राप्त करना जरूरी है। भिन्न भिन्न विभागों में अपनी अलग-अलग योग्यता मानी जाती है। निजी क्षेत्रों के साथ-साथ स्कूलों में शैक्षिक योग्यता के साथ-साथ कंप्यूटर से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त होना जरूरी है ,क्योंकि ज्यादातर कार्य अब कंप्यूटर के माध्यम से ही किया जाता है जिसके लिए व्यक्ति के पास कंप्यूटर का ज्ञान संपूर्ण ज्ञान होना बेहद जरूरी है। ग्रेजुएशन डिग्री विद्यार्थियों जिस क्षेत्र में क्लर्क के लिए आवेदन करना चाहते है। उस क्षेत्र की संपूर्ण जानकारी रखना जरूरी होगा।
CLERK की एग्जाम पैटर्न से संबंधित बातें
- इस समय क्लर्क की नौकरी के लिए प्रतिवर्ष बहुत से अभ्यार्थी कठिन परीक्षण कर रहे हैं।
- देश की सरकार द्वारा स्टाफ सिलेक्शन कम्युनिकेशन के माध्यम से क्लर्क की भर्तियां निकलती हैं। जिनको तीन फेस में एग्जाम दिया जाता है। भर्ती प्रतिवर्ष निकाली जाती है।
- जिसमें सरकारी विभागों के बहुत से पद जैसे एसबीआई आरआरबी एनटीपीसी आईबीपीएस SBI,RRB,NTPC,IBPS आदि है।
- क्लर्क एग्जाम पैटर्न की बात की जाए तो यह मुख्यत दो भागों में बांटा गया है। जिसका पहला भाग PRELIMS होता है। जिसमें 100 नंबर का नेगेटिव मार्किंग की परीक्षा ली जाती है।
- जो विद्यार्थी एग्जाम में सलेक्ट होते हैं उनका MAINS एग्जाम कराया जाता है जो कि 2 घंटा 40 मिनट और 200 नंबर का होता है।
- इसके पश्चात फाइनल लिस्ट जारी की जाती है ,परंतु आईबीपीएस एग्जाम के बाद व्यक्ति इंटरव्यू लिया जाता है और लिस्ट तैयार की जाती है।
क्लर्क के सिलेबस की जानकारी
यदि बात करें क्लर्क के एग्जाम की तैयारी हेतु स्लेबस की तो यह ज्यादा उच्च स्तर का सिलेबस नहीं होता है ,परंतु आजकल के देखे जा रहे कॉन्पिटिशन मैं अभ्यार्थियों को चाहिए कि वह कड़ी से कड़ी मेहनत करें। सामान्य सिलेबस में अंग्रेजी, हिंदी, सामान्य ज्ञान, रिजनिंग,गणित, कंप्यूटर, करंट अफेयर्स आदि से सवाल ही पूछे जाते हैं। जिन का ज्ञान होना विद्यार्थियों के लिए अधिक जरूरी है। जिसके पश्चात विद्यार्थी आसानी से परीक्षा में उत्तीर्ण हो सकते हैं। इसके साथ ही बहुत से विभागों में टाइपिस्ट की भी मांग की जाती है। तो यह स्किल भी आना अभ्यर्थियों को बहुत ज्यादा जरूरी है।